रिटायर से पहले कोरोना पॉजिटिव होने पर भी पूरी ज़िम्मेदारी से निभाई ड्यूटी ll - Time TV Network

Breaking news

Post Top Ad

Post Top Ad

रिटायर से पहले कोरोना पॉजिटिव होने पर भी पूरी ज़िम्मेदारी से निभाई ड्यूटी ll

 ( मिडिया हाउस ).......

जनपद कासगंज में जिला अस्पताल में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डॉ. राज किशोर कोविड आईसोलेशन वार्ड जिला अस्पताल मामो कासगंज में तैनात है। वे जिला अस्पताल में कोरोना काल में दो साल से ड्यूटी कर रहे थे । उन्होंने हार नहीं मानी और अपनी हिम्मत और जज्बे से अभी भी  ड्यूटी कर रहे थे । उन्होंने बताया कि ड्यूटी के दौरान एक भी छुट्टी नहीं की, और वर्तमान में डॉ राज किशोर जिला अस्पताल में कोविड सैंपलिंग व कोरोना टीकाकरण में भी ड्यूटी कर रहे थे ।

डॉ. राज किशोर बताते हैं कि आज 30 जून को उनका रिटायरमेन्ट है उन्होंने अपनी ड्यूटी बखूबी निभाई, वे बताते हैं  ड्यूटी के दौरान ही उनको सर्दी, ज़ुकाम आदि की शिकायत हुई। उन्होंने कोरोना की जांच कराई, जिसमें रिपोर्ट पॉजिटिव आई। होम क्वॉरेंटाइन में भी अपनी ड्यूटी बखूबी निभाई, होम करण्टीन के दौरान भी उन्होंने मरीजों की तबीयत के बारे में पूछना और किसको रेफर करना है कैसी तबीयत है कार्य पूरी तरह से निभाया,  उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम के लिए मामो अस्पताल में पूरी सुविधाएं हैं । यहां पर स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी की जा रही है। आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी  के बाद उनकी कोविड जांच कराई जाती है और हर बार उनकी रिपोर्ट निगेटिव आती है । लेकिन लास्ट टाइम उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई, डॉ राज किशोर ने कोविड गाइडलाइंस के सभी नियमों को निभाया। 

उन्होंने बताया कि उनके घर पर एक अलग रूम टॉयलेट वाशरूम और सारी सुविधा हैं । होम क्वारंटाइन के दौरान इनका ही इस्तेमाल किया। उन्होंने बताया कि इस दौरान उन्हें उनके परिवार और साथियों का भी सहयोग मिला। उनके रिश्तेदार, स्वास्थ्य विभाग की टीम व घर वाले लगातार फोन कॉल के ज़रिये उनकी खैरियत लेते रहे और वे आइसोलेशन वार्ड ड्यूटी और होम क्वारंटाइन के दौरान किसी से नहीं मिले। लेकिन होम क्वारंटाइन के दौरान उन्होंने अस्पताल की बाग़डोर संभाले रखी ।



उन्होंने कहा कि पड़ोसियों की ओर से उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों को इस दौरान भेदभाव का भी सामना करना पड़ा। लेकिन अपनी हिम्मत के बल पर सीएमएस व उनके परिवार ने भेदभाव का सामना किया।  होम क्वारंटाइन के दौरान भी ड्यूटी करते रहे, 14 दिन बाद फिर से कोविड जाँच कराई और इस बार रिपोर्ट नेगेटिव थी और वे एक बार फिर अपनी ड्यूटी पर लौट आए, और फिर से मरीजों की सेवा करने का जिम्मा उठा लिया । वह लगातार कोविड वार्ड में व कोरोना टीकाकरण में ड्यूटी कर रहे हैं, अधिक से अधिक लोगों को कोरोना वैक्सीन लगवाने हेतु प्रेरित कर रहे है। टीकाकरण के बाद किसी को कोई समस्या हो तो उसके तुरंत उपचार के लिए इमरजेंसी मेडिकल टीम तैयार रहती है। अभी तक किसी को कोई खास समस्या नहीं आयी है। अभी किसी को सर्दी बुखार है तो सलाह देते है अपना चेकअप कराये और डरें नहीं। इस दौरान सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखते हैं। ड्यूटी से घर लौट कर वह सबसे पहले हाथ धोते हैं और नहा-धोकर कपड़े मास्क सब धोकर परिवार से मिलते हैं। वर्तमान में कोरोना वायरस का संक्रमण फिर बढ़ रहा है। वह लोगों को कोरोना के बचाव के संदेश दे रहे हैं, कि मास्क का उपयोग करें। कम से कम बाहर जाएं। सेनिटाइजर का उपयोग करें। हाथों को समय-समय पर साबुन पानी से धोएं। शारीरिक दूरी बनाये रखें और साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें। यदि किसी को कोरोना के लक्षण हो तो  उनकी सूचना आशा, एएनएम, आंगनबाड़ी तथा स्वास्थ विभाग को जानकारी दें। स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम तत्काल उनकी स्क्रीनिंग और सैंपलिंग और आगे की प्रक्रिया के लिए पूरी तरह तैयार है।

----------------------------


कोरोना काल में ड्यूटी के दौरान नहीं हुए कोविड पॉजिटिव 


-संयुक्त जिलाअस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डा.दिनेश शर्मा चिकित्सा आईसोलेशन वार्ड जिला अस्पताल मामो कासगंज में तैनात हैं । उन्होंने जिला अस्पताल में कोविड की दोनों लहर में ड्यूटी की है । और वे तीसरी लहर से लड़ने के लिए भी पूरी तरह तैयार हैं, प्रत्येक ड्यूटी के बाद 57 वर्ष के डा.दिनेश शर्मा को 2 दिन के लिए होम क्वारंटाइन भी होना पड़ा लेकिन उन्होने हार नहीं मानी और अपनी हिम्मत जज्बे के साथ ड्यूटी कर रहे हैं, जिले में ये एक ही बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर हैं और अभी भी कोरोना टीकाकरण में ड्यूटी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना के टीके की दोनों डोज लगवाई हैं । सभी से आग्रह है कि ज्यादा लोग टीकाकरण कराएं और कोविड गाइडलाइन के नियमों  का पालन करते रहें, कोरोना काल में  ड्यूटी के दौरान परिवार वालों ने उनका उत्साह बढ़ाया। उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर से बच्चों को बचाएं, बच्चों के खान-पान और उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम न होने दें, बच्चों को कम से कम बाहर निकलने दें और छ: माह से छोटे बच्चे को सिर्फ और सिर्फ माँ का दूध दें, जिससे बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे और बच्चा कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रहे ।



रिपोर्ट संजय सिंह कासगंज.......

Post Top Ad